समस्तीपुर: बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चूका है, पिछले चुनाव से ज्यादा इस बार वोटर सतर्क हैं कियुंकी कोरोना काल में हुए लोकडाउन में जनता को ज्यादा सोचने और समझने का मौका मिला है। समस्तीपुर विधानसभा का हाल कुछ ऐसा हीं है, जनता इस आकलन में लगी है की कौन सा नेता जनता के बिच रह कर कार्य किया है और किसने बस सोशल मिडिया के माध्यम से।
लोकसभा चुनाव में लोजपा के रामचंद्र पासवान की मौत के बाद इस सीट पर साहनभूति वोट से उनके बेटे प्रिंस राज को जित मिली। जनता ने युवा चेहरा और पिता की मौत की सहानभूति पर भारी मतों से इन्हे जिताया, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में समस्तीपुर की जनता सांसद प्रिंस राज से काफी नाराज नज़र आ रही है। लोगों का कहना है की लोजपा आज के समय में एक ऐसी पार्टी है जिसका न तो कोई विजन है ना हीं कोई संगठन। संगठन के नाम पर बस दो -तीन नेता हैं जो छोटे मोटे छेत्र तक सिमट कर रह गए हैं।
समस्तीपुर की जनता आक्रोशित होकर कह रही है की लोजपा के सांसद सिर्फ चुनाव में नजर आते हैं उसके बाद बस सोशल मिडिया पे दीखते हैं। लोजपा में न जनता का कोई कद्र है ना हीं किसी नेता की। स्थानीय जनता का कहना है की लोकसभा चुनाव में संसद प्रिंस राज ने अपने भाई को छेत्र में घुमाया था और रोसरा से विधानसभा में उनकी उम्मीदवारी की बात कर रहे थे। फिर चुनाव आया प्रिंस राज जीते और दोनों भाई आज तक नहीं दिखे। कोरोना
जैसी महामारी में भी सांसद एक बार भी जनता के बिच नहीं आये और वो जिम करने में व्यस्त दिखें। इस बार फिर चुनाव सर पर है और उम्मीद है की सीट बंटवारे के बाद प्रिंस राज भाई को लेकर फिर छेत्र में घूमेंगे और चुनाव के बाद गायब।
स्थानीय लोगों ने इन बातों को रख कर सांसद और लोजपा के खिलाफ खासी नाराजगी जताई है , बांकी जनता का मिजाज तो सीट बंटवारे के बाद पता चलेगा. जुड़े रहें समाचार9 के साथ।