समस्तीपुर । मोहिउद्दीननगर में बच्चा-बच्चा बोल रहा, देशभक्ति का नारा घोल रहा। आज युवाओं में अमन है, सीने में अगन है। बच्चे हों या बड़े-बुजुर्ग, प्रण एक, संकल्प एक। चीन की हिमाकत का बदला लेना है। सुल्तानपुर के बच्चे और युवा गम, गुस्से और गर्व से भरे हैं। सभी संकल्प ले रहे, सेना में जाएंगे। अमन भैया की शहादत का बदला लेंगे। बड़े-बुजुर्ग कह रहे, ये कैसे हो सकता..अपना लाल था अमन। बर्बाद नहीं होने देंगे उसकी शहादत। अभी बूढ़ी हड्डियों में बड़ी जान है..मौका तो मिले। दिखा देंगे दुश्मनों को उसकी औकात। गांव का यह माहौल देशभक्ति की प्रेरणा से ओत-प्रोत है। हर कोई चीन से बदला लेने को आतुर है।
सुल्तानपुर की ओर मुड़ी हर सड़क
अमन के शहीद होने की खबर आने के साथ ही क्षेत्र की सभी छोटी-बड़ी सड़कें सुल्तानपुर गांव की ओर मुड़ गई हैं। सड़कों पर जुटी भीड़ व कतारबद्ध भीड़ अमन के पैतृक घर तक पहुंच रही। हर कोई वर्तमान वस्तुस्थिति जानना चाह रहा था।