सामाजिक भेद्यता सूचकांकों के आधार पर कोविड-19 महामारी के प्रसार के मामले में मध्यप्रदेश के बाद बिहार देश का दूसरा सबसे उच्च जोखिम वाला राज्य है। प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल हेल्थ लांसेट- ग्लोबल हेल्थ’ में प्रकाशित भारत के जनसंख्या परिषद के राजीव आचार्य और आकाश पोरवाल के एक अध्ययन में कहा गया है।
बीते कुछ हफ्तों में कोविड- 19 संक्रमण के मामलों अचानक तेज उछाल ने बिहार में सरकार को दूसरा लॉकडाउन लागू करने के लिए मजबूर किया। आवास और स्वच्छता की स्थिति (0.80) और सामाजिक-आर्थिक कारकों (0.714) में भेद्यता के बाद स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता(0.971) के मामले में बिहार सबसे खराब स्कोर के कारण देश भर में पीछे है।
वहीं समस्तीपुर जिले के शहरी छेत्र में आने वाले अधिकतम इलाके को कन्टेनमेंट जॉन घोसित किया गया है इसी क्रम में आज शहर के इनकम टैक्स ऑफिस और उसके सटे हुए मोहल्ले को भी आज कन्टेनमेंट जोन घोसित कर दिया गया और लोगों को घरों से न निकलने की हिदायत दी गयी है।
बिहार में 1742 नए संक्रमितों की पहचान हुई जिसमें 16 जुलाई को 901 और 841 की 15 जुलाई या उससे पहले जांच की गई थी। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23,300 हो गई। इस तरह राज्य में अब कुल संक्रमितों का आंकड़ा 23,300 हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अरवल में 4, औरंगाबाद में 2, बाँका में 1, बेगूसराय में 28, भागलपुर में 63, भोजपुर में 2, बक्सर में 6, दरभंगा में 6, गया में 26, पूर्वी चंपारण में 13, गोपालगंज में 27, जहानाबाद में 3, कैमूर में 1, खगड़िया में 11, किशनगंज में 4, लखीसराय में 40, मधेपुरा में 6, मधुबनी में 1, मुंगेर में 58, मुजफ्फरपुर में 26, नालंदा में 105, नवादा में 47, पटना में 99, पूर्णिया में 4, रोहतास में 12, सहरसा में 4, समस्तीपुर में 23, सारण में 1, शेखपुरा में 11, शिवहर में 7, सीतामढ़ी में 5, सीवान में 122, सुपौल में 23, वैशाली में 7 और पश्चिमी चंपारण में 98 नए संक्रमित मिले हैं।
बिहार में पिछले 24 घंटे में कुल 10273 सैम्पल की जांच हुई है। वहीं अबतक कुल 14997 मरीज ठीक हुए हैं। इसके अलावा वर्तमान में COVID-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 8129 है। बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 64.36 है।