समस्तीपुर। वारिसनगर प्रखंड के बेगमपुर गांव निवासी रिटायर्ड बैंक कर्मी मिर्जा शाहिद अहमद बेग की बुधवार को पटना एम्स में मौत हो गई। सूचना मिलते ही समस्तीपुर से एंबुलेंस पटना भेज दिया गया। जहां से शव लाने की प्रक्रिया चल रही है। विदित हो कि वे मुजफ्फरपुर में थे। जहां पर 15 जून को उनकी तबियत बिगड़ी थी। 25 जून को तबियत अधिक बिगड़ गई। फिर उत्तर प्रदेश के बिजनौर से उनका पुत्र अब्दुल राबिक घर पहुंचा। जहां से उन्हें इलाज के लिए पटना एम्स में 26 जून को भर्ती कराया। इसमें बुखार व खांसी के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उनका कोविड-19 जांच के लिए सैंपल लिया गया। जिसके बाद 28 जून को कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आया। फिर वहीं पर उनका इलाज चल रहा था। इलाज के क्रम में बुधवार को उनका निधन हो गया। इस तरह से जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 496 है। इसमें से आठ की मौत हो चुकी है, जबकि 383 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। इससे अब जिले में 109 एक्टिव मरीज बचे हैं।
आदर्शनगर मोहल्ला को किया गया सील
शहर के आदर्शनगर मोहल्ला को भी बुधवार को कंटेनमेंट जोन बनाकर सील कर दिया गया है। बास-बल्ला लगाकर उसे घेर दिया गया। हालांकि, उक्त मोहल्ला को सील करने के बाद भी लोगों की आवाजाही बंद नहीं हुई। विदित हो कि उक्त कॉलोनी में एक दर्जन के करीब शहर के प्रसिद्ध चिकित्सकों का अस्पताल है। जहां पर बुधवार को भी भीड़ लगी रही। सभी बांस के बाहर ही अपनी बाइक खड़ी कर पैदल ही कंटेनमेंट जोन में घूमते हुए नजर आ रहे थे।
समाहरणालय में आम लोगों के प्रवेश पर रोक
जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने समाहरणालय में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। समाहरणालय में सिर्फ कार्यालय के ही अधिकारी व कर्मी प्रवेश कर रहे है। बुधवार को कार्य की वजह से पहुंचने वाले आम लोगों को बाहर ही रोक दिया गया। मुख्य द्वार पर ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान ने सभी बाहर रहने को कहा। घरेलु हिसा को लेकर चल रहे विवाद की वजह से महिला हेल्पलाइन में पहुंचे अधिकतर लोगों को भी वापस कर दिया गया।