शहर में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को लेकर आधा दर्जन स्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है। जिससे शहर के लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। कुछ लोग जहां जरूरी होने पर ही निकल रहे हैं वहीं कुछ बगैर काम के बाजार में घूमते रहते हैं। लेकिन शहर के फेरीवाले पूरी तरह सजगता दिखा रहे हैं।
वे बाजार में फेरी लगााने तो निकलते हैं, लेकिन प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से परहेज कर रहे हैं। इससे जिस इलाके में सुबह होते ही फेरी लगाा सब्जी, फल व अन्य सामान बेचने वालों की टोली आये दिन घूमती रहती थी वह अब नहीं दिखती है। बता दें कि सब्जी, आम, हरेक माल, पुराना पेपर, बिस्कुट, खिलौना आदि बेचने के लिये फेरीवाले हर मुहल्ले व गलियों में घूमते रहते हैं। लेकिन शहर में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने एवं कंटेनमेंट जोन बनाये जाने के बाद वे उन इलाकों में जाने से तौबा कर चुके हैं जिसे प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घाोषित कर दिया है। वे अब दन इलाकों की जगह दूसरी जगह फेरी लगा अपना रोजगार कर रहेे हैं।
शहर के काशीपुर व मूलचंद रोड में सुबह से शाम तक फेरी वालों की लाइन लगी रहती थी। उसके जाते ही दूसरा फेरीवाला पहुंच जाता था। लेकिन जब से इन इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है कोई दधार का रूख नहींं कर रहा है प्रतिबंधित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को आवश्यक कार्य के लिये स्वयं बाहर निकलना पड़ता है। मुहल्ले के लोगों का कहना है कि आवश्यक सामग्री के लिये तो निकलना ही पड़ेगा।