समस्तीपुर । डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में बुधवार से तीन दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का आयोजन ऑनलाइन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य प्रवासी श्रमिकों को प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराना है। प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए मशरूम निदेशालय के निदेशक डॉ. बीपी शर्मा ने कहा कि बिहार के परिपेक्ष में ओयस्टर एवं दूधिया मशरूम का उत्पादन सबसे उत्तम एवं प्रवासी श्रमिकों के लिए ज्यादा लाभकारी है। युवा सौर्य, बिशनपुर समस्तीपुर के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण में वापस आए प्रवासी श्रमिक भाइयों के जीविका संवर्धन में ओयस्टर एवं दूधिया मशरूम की तुड़ाई पैकेजिग के साथ मशरूम के व्यंजन विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के सत्र में मशरूम विभाग के परियोजना निदेशक डॉ. दयाराम द्वारा प्रशिक्षुओं को बारी-बारी से परिपक्व ओयस्टर एवं दूधिया मशरूम की उत्पादन से लेकर तोड़ाई बिक्री हेतु उसके पैकेजिग के तरीके बताए गए। प्रशिक्षण के दूसरे सत्र में मशरूम से बनने वाले व्यंजन, जिसमें मशरूम की सब्जी पकौड़ा हलवा इत्यादि बनाने के तरीके सिखाए गए एवं बनाकर व्यंजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से दिखाया गया। प्रशिक्षण के अंतिम सत्र समापन में मशरूम निदेशालय के निदेशक डॉ. बीपी शर्मा सभी प्रशिक्षुओं से ऑनलाइन चर्चा की। बताया कि बिहार मशरूम उत्पादन में अब देश में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। प्रशिक्षण की समाप्ति के अवसर पर युवा सौर्य के सचिव दीपक कुमार ने सभी प्रशिक्षुओं एवं प्रशिक्षण से जुड़े सभी साथियों के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
