प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के जरिए अब मछुआरों की किस्मत चमकेगी। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। बायोफ्लॉक निर्माण, निजी भूमि पर तालाब निर्माण और थ्री व्हीलर विद आइसबॉक्स भी शामिल हैं। मत्स्य विभाग इनमें 40 से 60 फीसद अनुदान देगा। मछली पालन के लिए लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है। मत्स्य पालन के लिए मछुआ किसानों की आय दोगुना करने की योजना है। इसके लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की है। इसके पहले विभाग में संचालित नीली क्रांति योजना बंद कर दी गई है। इससे मछुआ समुदाय के दिन बहुरेंगे। बयोफ्लॉक(पक्के टैंक) बनवाए जाएंगे। इसके अलावा लघु री-सर्कुलेटरी सिस्टम लगाए जाएंगे। जिन्हें लगाने से मछली पालकों की आमदनी कई गुना बढ़ जाएगी।
कुल्फी की तर्ज पर बिकेंगी मछलियां
मछली पालन करने वाले लाभार्थियों को साइकिल व आइस बॉक्स के लिए 10-10 हजार रुपये देगी। वह कुल्फी की तर्ज पर साइकिल से गांव-गांव व शहर-शहर घूमकर मछलियां बेचेंगे। इससे उनकी अच्छी आय होगी।
क्या है मत्स्य संपदा योजना
केन्द्र सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए कृषि के अलग-अलग क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने की जरूरत को देखते हुए सरकार द्वारा पशुपालन व मछली पालन की योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य संपदा योजना शुरू की गई है। इसे पूरे देश में लागू किया गया है। इसे ब्लू रिवाल्यूशन कहा गया है। योजना के अंतर्गत मत्स्य पालक, मछली बेचने वाले, स्वयं सहायता समूह, मत्स्य उद्यमी, फिश फार्मर आवेदन कर सकते हैं। मत्स्य किसान मछली पालन के लिए कर्ज ले सकेंगे। किसान क्रेडिट कार्ड धारक सस्ता लोन यानि चार फीसदी ब्याज दर पर तीन लाख तक का कर्ज ले सकते हैं। वहीं समय पर भुगतान करने पर ब्याज में अलग से छूट मिलेगी।
40 से 60 फीसद मिलेगा अनुदान
लाभार्थियों को 40 से 60 फीसद तक अनुदान मिलेगा। सामान्य जाति के लाभार्थियों को 40, आरक्षित वर्ग व महिलाओं को इन योजनाओं में 60 फीसद छूट दी जा रही है। इसमें साइकिल की लागत 10 हजार रुपये है। जबकि बायोफ्लॉक प्रोजेक्ट की लागत 14 हजार रुपये है। पीएम मत्स्य संपदा योजना से किसानों की आय में इजाफा होगा। इन्हें यहीं बेहतर रोजगार मिलेगा। मछली की मंडल में बड़ी खपत व मांग है।
ऐसे करें आवेदन
लाभार्थियों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति मत्स्य विभाग की वेबसाइट में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ फोटो, आधार कार्ड, 100 रुपये का स्टांप पर शपथ पत्र के साथ अभिलेख अपलोड कराने होंगे।
इस बारे में समस्तीपुर के जिला मत्स्य पदाधिकारी कुमार विमल प्रसाद ने कहा कि पीएम मत्स्य संपदा योजना से किसानों की आय में इजाफा होगा। इन्हें यहीं बेहतर रोजगार मिलेगा। मछली की मंडल में बड़ी खपत व मांग है।मछली पालक और उधमी इस योजना का लाभ उठा सकते है।