समस्तीपुर । समस्तीपुर के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. आरआर झा का बुधवार की सुबह निधन हो गया। उनका निधन ना सिर्फ चिकित्सा जगत के लिए भारी क्षति है, बल्कि उनके जाने से समस्तीपुर ने महान चिकित्सक खो दिया है। उनके निधन पर सदर अस्पताल परिसर में शोक सभा हुई। अध्यक्षता प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने की। डॉ. सिन्हा ने कहा कि उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। वह हमेशा याद रहेंगे। उनकी कार्यशैली व प्रसिद्धि की वजह से सभी काम आसानी से हो जाती थी। आईएमए के अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि उनके निधन से दुखी और मर्माहत हूं। वह किसी भी समय किसी के लिए सुलभ उपलब्ध हो जाते थे। उनके निधन से जिले को अपूरणीय क्षति हुई है। डॉ. झा का प्रभाव कितना था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसी भी तरह से गोली के शिकार लोग सीधे उनके यहां सीधे पहुंचते। आज उनके निधन से पूरे जिले में शोक है। लोग कहते हैं- डॉ. झा गॉड-गिफ्टेड हैं। जीनियस हैं। सुबह से रात तक मरीजों को देखने का वहीं जुनून, वही निष्ठा। जब मरीजों के सामने कोई रास्ता नहीं दिखता, उम्मीद नहीं दिखती तो एक नाम याद आता था-वह डॉ. आरआर झा का ही था। मौके पर प्रसिद्ध सर्जन डॉ. अशोक वर्द्धन सहाय, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही, डॉ. सुमन झा, डॉ. श्रीराम प्रसाद, डॉ. मंजू सहाय, डॉ. हेमंत कुमार सिंह, डॉ. पुष्पा रानी, डॉ. प्रतिभा कुमारी, डीपीएम एसके दास, ठाकुर नीलमणि, अस्पताल प्रबंधक विश्वजीत रामानंद सहित सभी पदाधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति
सांसद रामनाथ ठाकुर ने सिविल सर्जन व प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. रतिरमण झा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सांसद ने डॉ. झा के निधन को चिकित्सा जगत के अपूरणीय क्षति बतलाया कहा कि वे एक चिकित्सक के साथ-साथ सामाजिक इंसान भी थे। व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के धनी थे। जदयू के प्रदेश महासचिव डा. दुर्गेश राय ने कहा कि जिले के लोकप्रिय अनुभवी सर्जन डॉक्टर आरआर झा के आकस्मिक निधन से आज पूरा जिला मर्माहत है। मैं सहसा यह विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि वे अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके निधन से समस्तीपुर जिला को अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई असंभव है। दुख की इस घड़ी में भगवान उनके परिवार को जिले के लोगों एवं चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी डॉक्टर तथा कर्मियों को दुख सहने की शक्ति दे एवं उनके आत्मा को शांति दे। उन्होंने लंबे समय तक जिले के लोगों की सेवा की है ।
गरीबों की सांसों के डोर थे डॉ. झा
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव फ़ै•ाुर रहमान फ़ैज ने कहा कि प्रख्यात चिकित्सक और वर्तमान के सिविल सर्जन डॉक्टर आरआर झा के असामयिक मृत्यु से चिकित्सा जगत और नॉर्थ बिहार का बड़ा नुकसान हुआ है। श्री झा एक अच्छे डॉक्टर के साथ साथ मानवता की मिसाल थे। गरीबों के लिए वरदान और अंतिम आस थे। राष्ट्रीय जनता दल परिवार गहरे सदमे में है। इस विपदा और दु:ख के समय में राजद परिवार उनके स्वजन के साथ खड़ा है।
अपने निवर्तमान पेसिडेंट के निधन पर रोटेरियनों ने भी जताई संवेदना
डा. आरआर झा रोटरी क्लब ऑफ समस्तीपुर सिटी से भी जुड़े थे। पिछले सत्र के प्रेसिडेंट भी थे। उनके निधन की खबर देखते-देखते जंगल के आग की तरह फैल गई और जिले भर में स्तब्ध सन्नाटा पसर गया। रोटरी क्लब ऑफ समस्तीपुर सिटी की प्रेसिडेंट डॉ. अमृता कुमारी ने उनके निधन को जिले का शोक करार दिया। कहा कि यह जिले के चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए रोटेरियन प्रो. मुकुंद कुमार ने कहा कि समस्तीपुर चिकित्सा जगत के मजबूत स्तंभ डॉ. झा न सिर्फ एक सिद्धहस्त चिकित्सक थे बल्कि मरीजों के लिए साक्षात भगवान थे। शोक व्यक्त करने वालों में रोटरी क्लब के सेक्रेटरी रोटेरियन डॉ. कनुप्रिया मिश्रा, रोटेरियन डॉ. आरके मिश्रा, डॉ. अरुण कुमार झा, डॉ. सीबी सिंह, डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. अभिलाषा सिंह, डॉ. सुप्रियो मुखर्जी, डॉ. एके साहु, डॉ. आरएन सिंह, धर्मांश रंजन, चार्टर्ड प्रेसिडेंट संजीव पांडेय, विमल केडिया, गिरधारी अग्रवाल, अरुण कुमार, केशव कुमार प्रसाद सहित कई लोग शामिल हैं।
निधन पर व्यक्त की संवेदना
ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एसोसिएशन के पूर्व मंडल मंत्री लालबाबू राम ने जिले के वरीय चिकित्सक-सह-सिविल सर्जन डॉ. आरआर झा के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके निधन से न केवल जिलेवासियों ने एक कुशल सर्जन खो दिया है अपितु मानवता कि सेवा करनेवाले एक सच्चे इंसान को भी खो दिया है। श्री राम ने कहा कि डॉ. झा के निधन से हुई गहरी क्षति को निकट भविष्य में पाट पाना संभव नहीं है।