लॉकडाउन में फंसे मजदूर जब 40 दिन लंबे इंतजार के बाद अपने घर पहुंच रहे हैं तो उनका मेहमानों जैसा स्वागत किया जा रहा है. यही नहीं प्रशासन ने कहा है कि 21 दिन का क्वारनटीन पीरियड पूरा करने के बाद मजदूरों का जॉब कार्ड बनाया जाएगा और उन्हें मनरेगा के तहत रोजगार दिया जाएगा.
वेलकम किट में जरूरत की सारी चीजें
समस्तीपुर जिला प्रशासन ने उनके लिये वेलकम किट का इंतजाम किया है. बाहर से आने वाले लोगों को 21 दिनों की लंबी अवधि तक क्वारंटाइन सेंटर में रखने से पहले उन्हें वेलकम किट दिया जा रहा है. पुरुषों को मिलने वाले वेलकम किट में गमछा, लुंगी, गंजी, शीशा, कंघी, ब्रश नहाने के लिये बाल्टी के साथ-साथ मच्छरदानी मौजूद रहेगा. वैसे ही महिलाओं के लिए वेलकम किट में साया, ब्लाउज, कंघी, ग्लास, सेनेटरी नैपकिन, बाल्टी और मच्छरदानी रहेगा. प्रशासन ने इसे डिग्निटी किट का नाम दिया है.
मच्छरदानी भी मिलेगी
क्वारनटीन सेंटर में मच्छरों की शिकायत के बाद बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को वेलकम किट के साथ साथ मच्छरदानी देने का प्रावधान किया है.
रोजेदारों के लिए सेहरी और इफ्तार का प्रबंध
डीएम ने क्वारनटीन सेंटर के प्रभारी को रोजेदारों के लिए सेहरी और इफ्तार का प्रबंध कराने को कहा है. इसके साथ ही प्रशासन ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों का 21 दिनों की क्वारनटीन अवधि जैसे ही पूरी होती है मनरेगा के तहत उनका जॉब कार्ड बनवाया जाएगा और उन्हें नौकरी दी जाएगी.
क्वारनटीन सेंटर में खाने की शिकायत मिलने पर समस्तीपुर के डीएम ने कहा कि खाने और शौचालय पर प्रशासन का विशेष ध्यान है. डीएम ने कहा कि प्रशासन हर क्वारनटीन सेंटर के लिए वहीं पर खाना बनाने की व्यवस्था कर रहा है. इसके साथ-साथ रमजान का भी महीना है, इसलिए रोजेदारों के लिए सुबह शाम अलग से व्यवस्था कराई जा रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से निर्देश मिला है जो लोग आए हैं उनके स्किल की जानकारी ली जाए, और उसी के मुताबिक मनरेगा में जॉब कार्ड बनाकर काम दिया जाएगा.